भावों एवं विचारों की कलात्मक अभिव्यक्ति है- लेखन
भावों एवं विचारों की कलात्मक अभिव्यक्ति है- लेखन। वह शब्दों को क्रम से लिपिबद्ध सुव्यवस्थित करने की कला है। लेखन के अभाव में विचारों की अभिव्यक्ति संभव नही है।
इसी को ध्यान में रखते हुए कक्षा छठी से आठवीं में कोरोना महामारी, वीर अब्दुल हामीद और योग के हमारे जीवन पर प्रभाव विषयों पर एक गतिविधि संपन्न करवाई गई l
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